नई दिल्ली। दक्षिण दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज जमात के मुखिया मौलाना साद एक विलेन बने। दरअसल, तब्लीगी मरकज जमात में हजारों की संख्या लोग जमा थे, लेकिन मौलाना साद ने गैरजिम्मेदाराना व्यवहार करते हुए इसकी जानकारी पुलिस और दिल्ली सरकार तक को नहीं दी। इस दौरान वह बेतुके बयान देता रहे, जिसका संबंध धर्म से तो कतई नहीं हो सकता है। इस बाबत मौलाना साद के कई आपत्तिजनक और भड़काने वाले बयान सामने आए हैं, वीडियो के जरिये वायरल हैं और वह भी बेहद खतरनाक। यहां पर बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते खौफ के बीच धारा-144 लगने के बावजूद राजधानी में भीड़ जुटाने पर मौलाना साद के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने महामारी अधिनियम 1897 के साथ ही भारतीय दंड संहिता की अन्य कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जानकारी मिली है कि मौलाना साद 28 मार्च से ही फरार हैं, दिल्ली पुलिस को तलाश है।
मरकज जमात के मुखिया मौलाना साद एक विलेन बने